गौ हरड़े चूर्ण बनाने की विधि
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घटक :
छोटी हरड़े – 35 ग्राम
अजवायन – 20 ग्राम
काली मिर्च – 5 ग्राम
यवक्षार (जवाखार) – 10 ग्राम
काला नमक – 10 ग्राम
सेंधा नमक – 10 ग्राम
जीरा – 10 ग्राम
गौमूत्र – आवश्यकतानुसार
हींग – 10 ग्राम
गाय का घी
निर्माण विधि :
सर्वप्रथम तीन से 7 दिन तक हरड़े को गौमूत्र मे भिगाइये। हर दिन ताजा गौमूत्र लें। हरड़े को हल्का धूप में सुखाने के बाद उसे धीमी आँच पर एरण्डी के तेल मे भूनिए। जब सिक जाये, गौमूत्र की चिपचिपाहट मिट जाय तब उतार लें।
10 ग्राम गाय के घी में 10 ग्राम हींग आँच मे भून लें। अब भूनी हुई हरड़े और हींग मे उपरोक्त सामग्री डालकर कूट पीसकर छलनी से छान लें।अब इस छने हुए चूर्ण को अच्छी तरह खरल में घोटें। बारीक से बारीक रगड़ने से ही गुणकारी होगा।जितना ज्यादा बारीक़ करेंगे घोंट कर उतना ही ज्यादा फायदा होगा।।
गुणधर्म : पाचन शक्ति को सुदृढ़ बनाता है,भोजन में रुचि जगाता है, कब्ज, गैस, उदर रोगों में अत्यंत लाभदायक, वात और कफ का भी नाश करता है। पेट में गड़बड़ी होने पर सिर में दर्द हो तो लाभ होता है।और भी बहुत सारे फायदे है ।।
आजकल रसायनिक खाद व कीटनाशकों के कारण भोजन विषैला हो गया है। इस चूर्ण को भोजन के साथ सब्जी, दालों में डालकर खाने या नित्य सलाद में लेने से इसका विषैलापन से काफी हद तक बचा जा सकताहै। इसलिए बिना रोग के भी नित्य सेवन करना अत्यंत लाभदायक है।
मात्रा : 2 से 5 ग्राम सुबह-शाम भोजन के बाद गरम जल से।अपने अवस्था अनुसार या बैद के अनुसार ही सेवन करे।
method of making cow green powder———————————-Component:small haraṛē-35 gramsThyme-20 gramsBlack Pepper-5 gramsYavakṣāra (Javākhāra)-10 gramsBlack Salt-10 gramsRock Salt-10 gramsCumin-10 gramsgaumūtra – as neededAsafoetida-10 gramscow gheeconstruction method:First of all, for three to 7 days, send the haraṛē to the cow Take fresh gaumūtra every day. After drying the green in a light sun, pour it in the oil oil on the slow heat. When sick, the viscosity of the cow is erased then take off.10 grams of cow ghee, fry 10 grams of asafoetida in the heat. Now, add the above ingredients in the asafoetida and asafoetida and sieve the sieve. Now break this churna powder in a good way. It will be good to rub with finely rubbing. The more you do, the more you will be able to strangle. .Properties: strengthens the digestive power, awakens interest in the bhōjana, is also destroys the very beneficial, vata and kapha in constipation, gas, abdominal diseases. If there is a headache in the stomach, then it is beneficial. There are many more benefits. .nowadays food is venomous due to chemical manure and pesticides. This powder can be avoided by eating vegetables, pulses, and taking in a regular salad. So it is very beneficial to eat daily without disease.Quantity: 2 TO 5 grams in the morning-After-evening meal from hot water. Eat according to your state or by the same.
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